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जिस रोज मै अपनी जुबान से मुकर जाऊं मेरी ख्वाहिश है

जिस रोज मै अपनी जुबान से मुकर जाऊं
मेरी ख्वाहिश है मेरे मौला की उस रोज ही 
मै मर जाऊं
और ये लोग जो अपनी जुबान से मुकरते है 
सायाद उनको मरते वक़्त कुछ इल्म
मै दे जाऊं।

©Radhey Vineet kumar #neverchsngedanybodyplzz

#peace
जिस रोज मै अपनी जुबान से मुकर जाऊं
मेरी ख्वाहिश है मेरे मौला की उस रोज ही 
मै मर जाऊं
और ये लोग जो अपनी जुबान से मुकरते है 
सायाद उनको मरते वक़्त कुछ इल्म
मै दे जाऊं।

©Radhey Vineet kumar #neverchsngedanybodyplzz

#peace