सारी "उम्मीदे " कोड़ी के भाव बिक गयी मोह्ब्बत के बाज़ार में! सपने जो देखे तेरे आँखो मे रह गये सुबह के इन्तेज़ार में! दिल तोड़ने वाला तो कबका तोड गया !! हम भी ठेहरे पक्के ज़िददी! लिये हाथॊ में गुलाब चले फिर लुटने किसी के प्यार में!! 😍(kamal panwar) 😍 😂😂😊अब todo Tod sako to