मेरी बच्ची! मैं तुम्हें सिर्फ़ 'परी कथाएँ' सुनाना चाहती थी लेकिन समय की माँग थी कि मैं तुम्हें 'प्रेत कथाएँ' सुनाऊँ। मैं जानती हूँ कि अब बच्चियां सिर्फ़ पाली नहीं जानी चाहिए, तैयार की जानी चाहिए। समाज की कुरूपता से लड़ने हेतु, और मैं तैयार करूँगी तुम्हें। @Rudrawords dedicated to girls #feelings #Rudrawords #girl