सबकुछ तो बस यूँ चला गया.......... बस रह गया पीछे वो साल बाकी... जिरह की रफ्तार खत्म हुई रह गया कोई अंजाम बाकी. कशिश की कश्ती की पतवार भी बह गई और मृत घोषित मान मनुहार भी रह गया बाकी . सहमी-सी आजादी थी आजकल....... आजमाईं गई और गिरफ्तार कर गया बाकी ..... #ussmodtak #roseday