आज क्या कहें शब्द नहीं हैं मगर दिल खुश भी हैं आप सभी के
सहयोग से हम सफलता की पहली सीढ़ी चढ़ चुकी है,
पहली सफलता की खुशी ही ऐसी है,
कहना बहुत कुछ है शब्द निःशब्द है,
सबसे पहले धन्यवाद हमारे मां पापा का जिनके आशीर्वाद
से हम यहां तक पहुंची,
धन्यवाद उन सभी का जो हमारे परिवार का अहम हिस्सा है,
सबसे बड़ा वाला धन्यवाद हमारे कान्हा जी का,
मां सरस्वती के आशीर्वाद से मुमकिन हुआ,
हर राह को आसान करने वाले भोलेनाथ को
प्रणाम 🙏
पहला संस्करण विचारों का आशियाना अर्थात विचाराणाम् गृहम्
आ गया, पहली एकल पुस्तक,,
समस्त हमरुह पब्लिकेशन टीम व अभिशार गांगुली सर का बहुत बहुत आभार,
समस्त पाठक व लेखन क्षेत्र के समस्त परिवार का धन्यवाद,
धन्यवाद आप सभी का जिसने हमें हमारे सपने को साकार करने का
विशेष योगदान दिया,
पुस्तक आ चुकी है 🙂☺️🙏
@humrooh_publication_house
#tarukikalam25#Published#संस्कृत#humroohpublicationhouse#प्रथम#पुस्तक
poetry #Life