मै हर नागपंचमी में सांपों को दूध पिलाता रहा वो पांच नमाज रोज पढकर मुझे ईद की सेवया खिलाता रहा उसे पंसद थी हरियाली डस कर छुपने के लिए मेरा भगवा करता आमंत्रित जपने पूजने के लिए ये नियत है प्रकृति है अपनी अपनी जिसकी जैसी कथनी करनी हम शास्त्र संस्कृति सनातन के अनुयायी हमें जो शास्त्र कहे, वो है करनी #रंग #Sadharanmanushya ©#maxicandragon मै हर नागपंचमी में सांपों को दूध पिलाता रहा वो पांच नमाज रोज पढकर मुझे ईद की सेवया खिलाता रहा उसे पंसद थी हरियाली डस कर छुपने के लिए