नशीली आंखों का दर्द तुम समझ ना पाओगे, जो गुजरी नशेमन पर तुम समझ ना पाओगे। फूल ने आगोश में रखा लोभी तितलियों को, अरमां कत्ल हुए भंवरे के तुम समझ ना पाओगे।। .....सतेन्द्र शर्मा 'तरंग ©Satendra Sharma #Tarang