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दिल पता नहीं कितने टुकड़ों में टूटा ज़ार-ज़ार मोहब्बत

दिल पता नहीं कितने टुकड़ों में टूटा ज़ार-ज़ार
मोहब्बत एक तरफ़ा ही रह जाती है मेरी हर बार...$$!! ♥️ Challenge-966 #collabwithकोराकाग़ज़

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♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।

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मोहब्बत एक तरफ़ा ही रह जाती है मेरी हर बार...$$!! ♥️ Challenge-966 #collabwithकोराकाग़ज़

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