ना पहचान इस देश के शिव से ना ब्रह्मा ने इसे उभरा इस देश को रोशन कर गया बाबा संविधान तुम्हारा मैं हूं नहीं मनुष्य मनुष्य तो मनु का अंश है मैं तो बस एक इंसान हूं बाबा साहब को पूजता मन से हैं कह दू आकाश पवन से है, कह दूं आकाश पवन से है तुम भी दो साथ हमारा इस देश को रोशन कर गया बाबा संविधान तुम्हारा रविदास से बडा ना संत है ना संविधान से बड़ी किताब बाबा साहब से बड़ा ना ज्ञानी जो भी पढ़ ले बने नवाब नीयत ना होए खराब मैं हूं सच्ची बतलारा इस देश को रोशन कर गया बाबा संविधान तुम्हारा न पहचान इस देश की शिव से