इश्क़ क्या मौत का सामान है, हर किसी इसका ही अरमान है; सुन नही पाता इसे हर कोई, ऐसा खुदा का ये फरमान है; राहतें भी है,आफतें भी है, सफर कब इसका आसान है; यार के बिना कुछ दिखता नही, यार ही दिल का मेहमान है 🌠शायर शुभ;🌠 🌠@#नखरीला @#इश्क़ 🌠