जिसके व्यक्तित्व का बखान नहीं जिसके दामन जिमेदरियों का अलंकार सजे जिसके नेत्रों में निश्छल गंगा और तेजकुभ बसे जिसके संवेदनशीलता पवृत को भी झुका दे नारी सम्मान के लिए खुद को भी कुर्बान कर दे अपने सपने को न्योछावर कर परिवार के सपने सार्थक करे , जिसके भुजाओं में बल और विवेक की शाखाएं निखरे हां वही हां हां वही पुरुषार्थ को मेरी कविता सत सत नमन करे #happymensday2020 #अन्तर्राष्ट्रीय_पुरुष_दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं #dedicatedtoallmens #yqbaba #yqdidi #kunu