ठहरता है कहाँ कुछ सजर के बिखर जाने से हवाओं में नमी थोड़ी सी बस बढ़ जाती है क्यारियाँ फूलों की एकटक ताकती रहती हैं कि उस मोड़ से फिर कोई लौट आएगा। सादर नमन💐। ©Rajeev Upadhyay ठहरता है कहाँ कुछ सजर के बिखर जाने से हवाओं में नमी थोड़ी सी बस बढ़ जाती है क्यारियाँ फूलों की एकटक ताकती रहती हैं कि उस मोड़ से फिर कोई लौट आएगा। सादर नमन💐। #bipinrawat