एक बार पूछ क्यों नहीं लेते तुम, की मैं कहाँ रहता हूं, क्यों मेरे तलाश में तुम गली गली घूम रही हो, मैं तुम्हारे नज़र के सामने खड़ा हूँ और तुम मुझे गुमसुदा कह रही हो । मैंने भी बहुत खत पढ़े है मगर, मैं वो खत पढ़ना चाहता हूं , जो तुम मुझे लिख रही हो, ये मौसम-ए-गम ज्यादा दिन नही टिकते है, क्यों खामंखा खुदको इन मौसम के हवाले कर रही हो। रुको ,सुनो और ज़रा सोचो भी, क्यों तुम झूठे कसमे खा रही हो, हमने भी किये है कई वादे मगर , वैसे वादे नही जो तुम कर रही हो। ये जो रिश्ता है तुम्हारे और मेरे बीच में क्यों तुम इनको झूठा नाम दे रही हो हर दिन की तरह आज भी कर रहा हुँ ये सवाल तुमसे, और तुम हर दिन की तरह आज भी अपने नज़रो को झुका रही हो। मैं जितना करीब होना चाहता हुँ तुमसे, तुम मुझसे उतना ही दूर जा रही हो, कोई गलती कर दी थी क्या मैंने पिछले जनम में जो तुम इस जनम में बदला ले रही हो । #love #majority #pie #yqbaba #yqdidi #yqhindi