काश उस शाम तुम मेरा हाथ थाम कर मुझसे कहे देती शिवेश ना जाने क्यों पर अब तुम मुझे अच्छे लगने लगे हो.. तो मैं कुछ पल तुम्हारी आँखों मैं देखता फिर तुमको अपनी बाहों में भर लेता बिन कुछ कहे। कौशिक जज़्बात #sunlight #nojoto #storys #poetry