जितना तू हांकती है ना तेरा आईना नाप लूंगा में । जितनी तपन है ना तुझमें गर्मियों में भी ताप लूंगा में। खिलके महकेगी कभी तो गुलाबों तक तोड़ दूंगा में । नैन से प्यास बुझायेगी ना फिर शबाब छोड़ दूंगा में। ©दानवीर सिंह दुनिया रंग बिरंगी दुनिया #TakeMeToTheMoon