Nojoto: Largest Storytelling Platform

चाँद पानी मे देखती होंगी फिर मेरी याद आ रही होंगी

चाँद पानी मे देखती होंगी
फिर मेरी याद आ रही होंगी ,

उसके नखरे बहुत निराले थे 
खुद को कैसे संभालती होंगी ,

सारे सपने बिखरे गए शायद 
अब कहाँ इतनी बोलती होगी ,

उसकी शादी है कल समर साहब 
रातभर  आज शाइरी  होंगी ..
                                   उमैर समर #Samar manglori romentic shayari
चाँद पानी मे देखती होंगी
फिर मेरी याद आ रही होंगी ,

उसके नखरे बहुत निराले थे 
खुद को कैसे संभालती होंगी ,

सारे सपने बिखरे गए शायद 
अब कहाँ इतनी बोलती होगी ,

उसकी शादी है कल समर साहब 
रातभर  आज शाइरी  होंगी ..
                                   उमैर समर #Samar manglori romentic shayari
samarmanglouri4640

umair Samar

New Creator