जानवर: ईश्वर ने सृष्टि बनाई और नियम निर्धारित किये जिसके अनुसार बुरे कर्मों वाले इंसान को अगले जन्म में किसी पशु या कीड़े मकोड़े के रूप में धरती पर आना होगा। परंतु इसे विडंबना कहें या इंसानी अतिउत्सुक्ता या फ़िर नास्तिकता का चरम जहाँ इंसान ईश्वर को चुनौती देते हुए इसी जन्म में ख़ुद को पशु रूप में देखने के लिए लालायित है और पशु रूपी इंसान के कुकर्मों की वज़ह से इंसान की ज़िंदगी कीड़े मकोड़ों की तरह हो गयी है जिसका कब अंत हो जाये कुछ कहा नही जा सकता। प्रकृति का संतुलन बनाये रखने के लिए कलयुग में ईश्वर को अपने नियमों में बदलाव लाना पड़ा और उन्होंने जानवरों में इंसानों वाले गुण विकसित करना आरंभ कर दिया। अब वही जानवर इंसानों के साथ पालतू पशुओं के रूप में रहा करते हैं। इंसान रूपी पशुओं की जगह पशु रूपी इंसान ज्यादा बेहतर हैं... #humanity #pets #amit #yqbaba #yqdidi #amitmaun