सदियों बीते राम, निहारे पथ आंखें।
कब आओगे राम?निहारे पथ आंखें...!
अपने ही घर के बाहर, बैठे रहे, बिना छत के ,
चौदह बरस नहीं, अपितु, अधिक पांच सौ बरस से।
द्वादशी तिथि पौष मास, २०८० विक्रम संवत ,
यह शुभ अवसर आया है,
संत सनातन ने आग्रह से फिर तुम्हें बुलाया है। #जय_बजरंगबली#पौराणिककथा#NojotoRamleela