सुन बिटिया ये सात समंदर तू तो लांघे जाए खुली हथेली पर पैरों की छाप तेरी रह जाए कल तक जो तू गुड़िया थी आज हुई आकाश पंख लगा कर हाथ हौसला सूरज करे तलाश मिट्टी की तासीर पहनना और तारों का ताज बच्चों और बूढ़ों के दिल में करना है जो राज रंग फकीरों के रंगना तू ओढ़ा अदब का ढंग सर की हो हर बात फ़लक, माहौल हो जितना तंग मुट्ठी में भर लेना नूर और आँख कहकशां करना राह तपिश का दरिया दहके पर तू कभी ना डरना पैरों को सब्बल करना और हाथों को हथियार जुर्रत की पतवार बदलती है वक़त की धार जब पछुआ के घुंघरू बाजे बात तेरी कह जाए खुली हथेली पर पैरों की छाप तेरी रह जाए #NojotoQuote Wonder बिटिया #skand #wondernayal #panovanya #paris #geneva