वो दिखती है मुझे चाँद पर जब भी आँखे मूँद कर मै दीदार सितारों का करता हूँ हो जाता हूँ मैं खुद ही से बेखबर जब सितारों से सजी महफ़िल मे शरीक होते चाँद को देखता हूँ नागवार गुजरता है सितारों को मेरा मुदस्सर चाँद को ताकना वो भेजते हैं आसमान से बादल और मै जमीं से फिज़ाये ❤️ #nishbad #kuch_bhi #nojoto_poetry