जाने उसे मुझ में क्या पसंद है.....? मेरी बोलती हुई सी चंचल आंखें या पलकों के पीछे पसरे गहरे सन्नाटे.....? मेरे अधरों पर शंख सी गूंजती हंसी या मेरी नज्मो के खामोश हफो॔ की दिलकशी....? जाने उसे मुझ में क्या पसंद है.....? खुशरंग सी मै या मेरे चेहरे की कभी न दिखने वाली घोर उदासी.....? मेरा उसे हर शै में दिख जाना या अदृश्य हवाओं की तरह उसकी यादों की खिड़की से मन के प्रांगण में आकर मेरा यूं ही चुपके से बैठ जाना...... जाने उसे मुझ में क्या पसंद है.....? गुलाबी साड़ी पहनी हुई मैं या मेरे पलकों से लिपटे मेरे गुलाबी रहित ख्वाब जिनको बड़े प्यार से पाला है मैंने जो उसके ख्वाबों में है मैं वो मल्लिका नहीं,कोई हूर,परी या अप्सरा भी नहीं..... जाने उसे मुझ में क्या पसंद है....? कभी जानना चाहती हूं,उससे पूछना चाहती हूं..... क्यों खींच रहा है वो मेरी तरफ की जबकि जानता है वो हासिल उसे होगा कुछ भी नहीं....... मगर वो है कि कुछ बताता नहीं.... आखिर वो खुद क्यू कुछ कहता नहीं.....? जाने उसे मुझ में क्या पसंद है....? Chanchal Chaturvedi #मुझ_में_क्या_पसंद_है.....?#Chanchal_mann #nojotohindi #Poetry #Love #writer #Auther