प्राय: लोग होश सँभालते ही
जीवन में अपना लक्ष्य, अपनी
पसंद को तय कर लेते हैं
मेरी भी अपनी पसंद है अपने लक्ष्य है
मिलना चाहता हूं हर उस शख्सियत से जो मायने रखता है,जो सुर्खियों में उछलता है.
दुनिया के हर कोने में घूमना-फिरना
चाहता हूँ,बहुत सारी किताबें पढ़ना चाहता हूँ,बहुत सारी फिल्में देखना चाहता हूँ कुछ लोगो से बिछड़ गया हूँ उनसे मिलना चाहता हूँ
करुणानिधान की कृपा से मंजिल मिल ही जायेगी