तुम्हारी गली में रातरानी की जो ख़ुशबू आती है। मुझे वही रोज़ तुम्हारे बदन से हू-ब-हू आती है।। तुम्हारी गली में रातरानी की जो ख़ुशबू आती है। मुझे वही रोज़ तुम्हारे बदन से हू-ब-हू आती है।। Do comment 🤞 Follow @shyamal_ke_shabd @ayushmannk @poemnprose