Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat मै जंदिया सब जनदिया । कब से जाना था। अदूरे सपनों को पूरे करने होड़ में निकाल पड़े हो। कहा है मजिल कही नामोनिशान नहीं। पर होड़ होड़ में पीछे खा छूट गया तुने ना जाना। मैं जांदिया मै जंदिय। तेरी क्या मज़बूरी थी ।ये तो बता जाता। तनाह ही जीना था।तो पास क्यों आया। खोए खोए से आंखो को फिरते देखा था। खामोशियां दिलो को बता रही थी। बहुत कुछ टूट रहा था।दिलो में दरारे आने लगी थी। मै जंदिया मै जंडिया। #dooriyan #dilkibaat #pyarishqmohabbat #yqquotes #yqbaba Written by Harshita Dawar ✍️✍️ #Jazzbaat मै जंदिया सब जनदिया । कब से जाना था। अदूरे सपनों को पूरे करने होड़ में निकाल पड़े हो। कहा है मजिल कही नामोनिशान नहीं। पर होड़ होड़ में पीछे खा छूट गया तुने ना जाना। मैं जांदिया मै जंदिय।