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जब चोट पर मलहम लगना शुरु ही होता है, कि अचानक से च

जब चोट पर मलहम लगना शुरु ही होता है,
कि अचानक से
चोट देने वाला शक्स
अपने पैर.... चोट पर रख कर चला जाता है...
और वो जख्म फिर से नासूर बन जाता है ।
-✍शालिनी सिंह

©Shalini Singh पिछले ही साल , इसी तारीख को 
हम एक-दूसरे के बगल से
अनजानों की तरह गुजरे थे.....
14/03/2020

#Light
जब चोट पर मलहम लगना शुरु ही होता है,
कि अचानक से
चोट देने वाला शक्स
अपने पैर.... चोट पर रख कर चला जाता है...
और वो जख्म फिर से नासूर बन जाता है ।
-✍शालिनी सिंह

©Shalini Singh पिछले ही साल , इसी तारीख को 
हम एक-दूसरे के बगल से
अनजानों की तरह गुजरे थे.....
14/03/2020

#Light

पिछले ही साल , इसी तारीख को हम एक-दूसरे के बगल से अनजानों की तरह गुजरे थे..... 14/03/2020 #Light