उलझनों और कश्मकश में.. उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ.. ऐ जिंदगी! तेरी हर चाल के लिए.. मैं दो चाल लिए बैठा हूँ | लुत्फ़ उठा रहा हूँ मैं भी आँख - मिचोली का ... मिलेगी कामयाबी, हौसला कमाल लिए बैठा हूँ l #NojotoQuote ulzano