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चमक आज भी है बाजारों में मगर, वो खिलखिलाती रौनक कह

चमक आज भी है बाजारों में मगर,
वो खिलखिलाती रौनक कहां है।
हंसी तो आती है आज भी सबको,
मगर होंठों पर वो मुस्कान कहां है।।
अपने भी है अपनापन भी हैं मगर,
अपनेपन का वो एहसास कहां है।
रोटी तो आज भी है थालियों में मगर
वो कल वाली मिठास कहा़ं है।।
-dj broken heart #कहा#है SingerRahulOfficial Pranshi Singh दीपक शर्मा (दीप राही) स्वाति झा Om Prakash Kumar
चमक आज भी है बाजारों में मगर,
वो खिलखिलाती रौनक कहां है।
हंसी तो आती है आज भी सबको,
मगर होंठों पर वो मुस्कान कहां है।।
अपने भी है अपनापन भी हैं मगर,
अपनेपन का वो एहसास कहां है।
रोटी तो आज भी है थालियों में मगर
वो कल वाली मिठास कहा़ं है।।
-dj broken heart #कहा#है SingerRahulOfficial Pranshi Singh दीपक शर्मा (दीप राही) स्वाति झा Om Prakash Kumar