बेटियां बंट जाती हैं रिश्तों में, पर बांट नही पाती अपने मनोभाव। बेटियां छुपा लेती हैं पहाड़ दुखों के, पर छुपा नहीं पाती दर्द, अपनी मुस्कुराहट के पीछे का। बेटियां सह लेती हैं अन्याय सारे, पर सह नहीं पाती अपमान अपने मां बाप का। बेटियां भूल नहीं पाती, घर अपना, पर भुला देती हैं मन मारकर, ताकि बसा सके घर, किसी और का। बेटी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। - आभा जैन "मश्क" ©Abha Jain Happy Daughter's day #DaughtersDay #HappyDaughtersDay2023 #maabeti