#ख्वाहिशे_बुन_रहा_हूं.... जिस्म पे कुछ निशान है बैर के कुछ, कुछ अधूरा इश्क़ लबों पर हंसी अब टिकती नहीं बेघर हुए उन्हें देख मैं रो रहा हूं चांदनी तले बैठ अकेले ख्वाहिशे बुन रहा हूं ©बेचैन..✍️ #ख्वाहिशे बुन रहा हूँ #love #sayari #nojotohindi #hojoto #nojotoquotes #poem