tu hi rab tu hi duva अगर थारी वजह त किसी के ज़िन्दगी म तकलीफ हो जावै तो उसकी ज़िंदगी म त नु लिकड़ जाइयो, जिस तरा कदे उसकी ज़िन्दगी म आये ए ना हो।