बेशक होंगे लाखों सायर इस दुनियां में। मगर कोई मुझ जैसा तो लिख कर दिखाए। क्योंकि आधे से ज्यादा तो मेरे शब्द गलत होते हैं।। ©shravani gupta shravani gupta