मेरी तन्हाई में कुछ कहो तो जरा हम भी गुम नाम होकर सुन लगे तुम्हें लगता है कि हम पागल है हम पागल होकर भी दुनिया में अपना हमसफर चुन लगे ©Shirikant Rana पियर की तन्हाई