मैंने वक्त से पूछा कितना सफर अब और बाकी है थक गई सहते सहते कितने सितम अब और बाकी है वक्त ने कहा जब तक तेरे अंदर अहम बाक़ी है और सुख दुख का यह वहम बाक़ी है ।© rimjhim #nojotohindi#hindi#poetry#shayari