चराग़-ए-मोहब्बत जलाने चले हैं, कि रस्मे-ताअल्लुक़ निभाने चले हैं, बड़े शौक़ से आज उनकी तरफ़ हम, उन्हीं को उन्हीं से चुराने चले हैं। #मोहब्बत #मेरीक़लमसे #yqbaba #yqdidi #yqshayari #hindi #pravesh_kanha