बहुत अजीब सी बात है ना, किसी पर अपना हक जताना, पर दद॔ में हो वो जब, तो दूर-2 तक, कहीं नज़र ना आना। ऐसा रिश्ता प्यार से नही, पर मजबूरियाँ के सहारे निभ ही जाता है, जो किसी के होते हुए भी, साथ कम और अकेलापन ज़्यादा लाता है। दूरियों से भरी इन नज़दीकियों में, एक इंसान पहले तो घुट के समय बिताता है, आदि हो बेरूखी का, फिर वह हर गिले-शिकवे को हवा में उड़ाना सीख जाता है। ©Ruchika #रिश्ते #दूरियां #बेरूखी