अब कोई गिला नहीं तुझसे खुद जिंदगी का दस्तूर लिखूंगा तुझको हमदम खुद को फकीर लिखूंगा बहुत हुआ इंतजार तेरा अब मैं मोहब्बत का नजीर लिखूंगा मैं खुद अपनी प्रेम का तकदीर लिखूंगा तू कहीं भी रहे मगर तुझको रानी खुद को वजीर लिखूंगा अपने को फलक तुझको शहतीर लिखूंगा एक दिन शिकवा शिकायत से भी इंसान थक ही जाता है। #गिलानहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi