माँ 😔 झर झर बह रही है वो आँखे, जो बही है बस हर पल तेरे लिए वेदना का स्वर प्रखर है, यह कर्म मृत्यु के समान है तेरे लिए #maa #maakapyaar #maakikuchbaatein #माँ #मां #माँकहतीहै #विवशता #अल्फाज_ए_कृष्णा