इश्तेहार मोहब्बत का छपवाना ज़रूरी है इश्क़ हैं तो आशिक़ नज़र आना ज़रूरी है ये बे-सिम्त रास्ते जन्नत की ओर जाते हैं इबादत में बस माथा झुकाना ज़रूरी है चुप चाप गीले आँसुओं से काम नहीं होगा चीख़ कर खुदा तक नाम पहुंचाना ज़रूरी है हर दफ़ा मान जाते हैं वो, बात मना करके फिर भी हर बात पे उनकी ये ना ना ज़रूरी है बहुत हुआ प्यार में हार कर बाज़ीगर होना उल्फ़त के दरिया में उनको डुबाना ज़रूरी है जिनकी रूह से गुलज़ार हो काली रातें रुक कर उनको आवाज़ लगाना ज़रूरी है #इश्क़ #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #yqbaba #yqquotes #yqhindi इश्तेहार मोहब्बत का छपवाना ज़रूरी है इश्क़ हैं तो आशिक़ नज़र आना ज़रूरी है ये बे-सिम्त रास्ते जन्नत की ओर जाते हैं इबादत में बस माथा झुकाना ज़रूरी है