उसने अपनी सुरीली बाँसुरी की धुन में था सबको नचाया, द्वापर युग में आकर ऐसा मनमोहक रास रचाया, मुकुट में सजाए पंख मोर के, किससें थे अनेक छलिया माखन चोर के, जन्म लिया उसने ग्वाले नंद के द्वारे, इसी दिन ही तो भगवान श्री कृष्ण पधारे || जन्माष्टमी की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ || -Sristi Kar #Happy #Janmashtami #2020