फौजी से रिश्ता आसान नहीं होता, मुस्कूराहट के पिछे कई गमों को छुपाना पड़ता है, फौजी से रूठ कर भी, खुद उसे मनाना पड़ता है, लिपटें देख तिरंगे में अपने सिंदूर को,फिर भी शहादत में आंसुओं को रोक गर्व से शीश झुकाना पड़ता है। सभी वीरांगनाओं को समर्पित, 🙏🏻जय हिन्द🙏🏻 -Neha_Pandya #वीरांगना