@इन्कलाब की यादें मरहम लिखु जख्म लिखू या कोई तेज धार लिखू नफरत लिखू सजदा लिखू या बैचेन कोई प्यार लिखू हो गयी अब इस ब्रह्माण्ड में बहुत मुहब्बत की बातें इस बार आजादी का दिया भगत सिंह अवतार लिखू।। नब्ज लिखू सांसे लिखू बैचेन सी धडकन लिखू मेरा मन लिखू मेरा तन लिखू घायल ये जीवन लिखू शेर-ए-हिंदुस्तान के लिए तिरंगा-ए-कफ़न लिखू #Bhardwaj Pushkar #gif इन्कलाब की यादें इंकलाब की यादें