जिसने फिर से मुस्कुराना सिख लिया था जिसने जिंदगी को दुबारा गले लगाया था जिसने हिम्मत के पत्थरों से घिस-घिस कर अपने अंदर एक उमीद की चिंगारी जलाया था वो दुबारा खुद को बनाने लगा था फिर से सपने सजाने लगा था उसके सपनो की दुनिया फिर किसी ने तबाह किया है उसके अंधेरो में फिर से धकेल दिया है वो आखिरी चिंगारी भी अब बुझ गयी है उम्मीदे सारि टूट गयी है वो अब चाह कर भी उठे कैसे जिसने थामा था मुस्कुरा कर हाथ उसी ने साथ छोड़ दिया है एक हंसता खेलता चेहरा फिर से खामोश हो गया है जो कभी मुस्कुराया करता था बेवजह अब हंसी के वजह पर भी रो रहा है एक हंसता खेलता चेहरा अब खामोश हो गया है ©anju raj #ख़ामोशी #अकेलापन #टूटा_हुआ_दिल #टूटे_ख्वाब #lonely