ख्वाहिशों के समंदर में से बहार देखा है मेने हकीकत की दुनिया कुछ अलग थी पर बेशक़ उतनी बुरी भी नही थी जितना उसको सोचा मेने एक मंज़िल मिली उसमे से रास्ता भी गुजरा वही से आंखों का सफर जहाँ रुका मेरा वहाँ किनारा मिला नज़र को तेरा अलग सी दुनिया थी अलग से मोड़ थे कुछ जाने थे कुछ अनजाने थे ख्वाबो की दुनिया बहुत अच्छी होती है पर हक़ीक़त भी उतनी बुरी नही है तुजे ख्वाब में देखा मेने पर हक़ीक़त में मिला जबसे तुझसे मिला ये दिल तभी ख्वाब को हकीकत में बदला सोच अलग थी मेरी हकीकत में क्युकी कुछ ख्वाब ही अधूरे थे मेरे पर अब जब तुझसे ये दिल मिला तभी लगा एक ख्वाब को हकीकत का रास्ता मिला। .......@Darshita... poetry from Darshu's diary plz like my post share n follow me on this app. #darshu31 #dailypost #poetry