आज भी जब याद करू तो याद आती हो तुम ना जाने कहा हो गई हो गुम याद है वो लम्हे जो साथ बिताए थे हमनें अलग हो कर ना जी पाएँगे कहा था तुमने जब से अलग हुए हैं हर बात बेकार लगती हैं हर मेहफ़ील अब तो बेजान सी लगती हैं अब तो तुम्हें खोने का डर सताता हैं हर एक पल तुम्हारी याद दिलाता है खोया-खोया सा रहता हूं खूद से हि कहता हूँ की एक दिन आओगे ऐसे अकेला छोड़ कर नहीं रुलाओगे एक तसल्ली सि है मन में कि ज़रूर मिलोगे यूँ हमें बेहाल करके नहीं जाओगे इस बात पर तो शर्त लगा लो हमसे ज्यादा दिन दुर नहीं रह पाओगे ।। #vo_lamhe #vo_yaade #writingquote #being_writer #being_poet #create_ur_own_poetry