बिना सामंजस्य और समानता के जीवन की गाड़ी के पहिए कभी संग-संग नहीं चल सकते। सोच में समानता होती है तभी दिलों की दूरियां मिटती है वरना दो दिल भी नहीं मिल सकते। कृपया अनुशीर्षक पूर्ण पढ़ें। √आज का विषय है ' समानता ' । √ आज के हमारे ' मंच प्रमुख ' है Ritu Vemuri जी। √ आपको अपनी रचना दो पंक्तियों में लिखनी है।