काश्मीर के दंगों वाली इक इतिहास सुनाता हूं सहिष्णु लोकतांत्रिक भारत की मै बात बताता हूं बच्चे बूढ़े एक हो गए लाश के लगे अम्बार थे काश्मीर कि घाटी में हुए कितने नरसंहार थे एक ही पल में सहिष्णुता की भेंट चढ़ा दी फांसी पर कितने बच्चे रो रहे थे बैठ कर मां की छाती पर नब्बे कि वो बात पुरानी सरकार कि आनाकानी काश्मीर में जाकर देखो अब भी मिलेगी वहीं निशानी सात लाख पलायन हो गए एक ही पल में सपना टूटा बूढ़े बच्चों के आखो से देखो जैसे लावा फूटा अब भी जो लोग कहते है कि काश्मीर में क्या खोया है जाकर देखो काश्मीर में आतंकवाद का बिज बोया है धारा 370 वाली बात लगी मनमानी थी जो कटी थी आरी से वो नारी हिन्दूस्तानी थी ©Anshuman Pandey #kashmir #kashmirfiles #hinduism #Hindu #genocide #1990