दुःख को साथी बनाकर, ख़ुशियों से किनारा कर लिया, सुख की छाँव से निकलकर, तपती धूप को सहारा बना लिया ज़िंदगी के इम्तिहान में, दुःख साथी बन बैठा है। कसौटियाँ जो मेहमान बनकर आयी है अब, मेरे हौंसलों से लड़ रहीं हैं। जानती हैं वो भी कि ये प्रेम और सुख से बना घरौंदा है, जिसपर पवन पुत्र की कृपा दृष्टि हमेशा रही है। #दुःख #yqdidi #yqbaba #366days366quotes #writingresolution #drgzindagi 23/366