अब तुझसे ही ज़िंदा हूँ तो दीयों को दम है, फिज़ाएं ये सर्द सी भी गर्म है, ताज़ा तो जल और अग्नि भी है, मेरे आइनों में अक्स भी एक हो ताज़गी तेरी सासें ही मेरी चलती सांस है। सुप्रभात। रौशनी महसूस करो, ताज़गी महसूस करो... #ताज़गी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi