अजीब सी मोहब्बत हुई है तुझसे इकरार करूँ तो कैसे जब दिखती हो तो नजरें झुक जाती है न दिखे तो नजरें तुझे तराशाती है। रोज सोचते है बोल ही दे दिल की बात फिर से, क्या करे तुम्हारे सामने आते ही,हमरी आवाज भी रूक जाती है। ©आकाश भिलावली वाला हाल वे हाल