निगाहें झुका कर निगाहें उठाना कभी हौले हौले मुस्कुराना कमाल है यूं तुम्हारा आना बिन दस्तक दिल में यूं समाना ना सोचा ना समझा बस अपना है माना अदायेँ तुम्हारी सभी से जुदा हैं कोई और नहीं बस दिल तुम पर फ़िदा है तुम हो तुम्ही हो बस अब तुम्ही हो ये दिल भी अब बोले ज़िन्दगी से जा कर अब तू मिला है अब ना कभी कहना ज़िन्दगी तुझसे ये शिकवा वो गिला है ©Dr Supreet Singh #Pure_Love